छः बच्चे हुए हाफिजे कुरआन दस्तारबंदी कर दी गई सनद।
नूरपुर।नगर स्थित मदरसा मिस्बाह उल उलूम मे छः बच्चो की हिफ्ज कुरान मुकम्मल होने पर दस्तारबंदी की गई। सालाना जलसे में मुफ्ती अब्दुर्रहमान नोगाँवी ने दस्तारबंदी कार्यक्रम में जलसे की सरपरस्ती करते हुए कहा अभी तक आप सभी को अलग-अलग नामों से पुकारा जाता था लेकिन अब आपकी निस्बत कुरआन से जुड़ गई इसलिए आज से लोग आपका नाम ना लेकर आपको हाफिज साहब के नाम से पुकारेंगे ये एजाज उन्हीं लोगों को मिलता है जो अपने सीने में कुरआन को बसा लेते हैं। उन्होंने उपस्थित लोगों से अपने बच्चों को दुनिया की तालीम के साथ-साथ कुरआन की तालीम दिलाने के लिए प्रेरित किया।जलसे की शुरुआत तिलावते कलाम पाक से की। मदरसे के अन्य बच्चों ने नात शरीफ तकरीर और किरत पेश कर लोगों को सुभानल्लाह कहने पर मजबूर कर दिया।जलसे के खुसुसी मेहमान मौलाना मुफ्ती अखलाख नोगाँवी ने संबोधित करते हुए अपने बच्चों को दीनी तालीम दिलाने पर जोर देते हुए कहा कि आप अपने बच्चों को डॉक्टर, इंजीनियर सांइटिस चाहे जो बनाए लेकिन उन्हें दीन की तालीम जरूर दिलाएं ताकि वह पैग़ंबरे इस्लाम के द्वारा दी गई शिक्षा के तहत अपने काम को अंजाम दे सकें। अगर उनकी जिंदगी में दीन होगा तो वह अपने कर्तव्य ईमानदारी के साथ निभा पाएंगे।जलसे का बेहतरीन संचालन करते हुए मुफ्ती मौलाना लतीफुर्रहमान ने मदरसा के सालाना आय व्यय का लेखा-जोखा पेश किया और लोगों द्वारा जलसे में दिए गए सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया।जलसे में शहर के जिम्मेदार उलेमा और मदरसे के उस्तादों की मौजूदगी में हाफिज बनने वाले मो.तलहा पुत्र अ.तसलीम अहमद चांदपुर, मो.जियाउर्रहमान पुत्र मोलाना गालिब नूरपुर,मो.फैज अहमद पुत्र ताजमोहम्मद नूरपुर, मो.सुहैल अहमद पुत्र मुनाजिर अली,बैङा,मो जेद पुत्र हाफिज मो रफी चूचेला के सिर पर साफा बांधकर उन्हें हाफिज की सनद पेश की गई। लोगों द्वारा पेश किए गए उपहार भी प्रदान किए गए। लोगों द्वारा हाफिज हुए छः बच्चो को फूलों के हार पहना कर स्वागत किया गया।इस मोके पर मदरसा चैयरमेन हाजी इरशाद अली,हाजी इमरान अली, शहर इमाम मौलाना मोहम्मद अली,कारी अख्तर,मुफ्ती आदिल, हकीम असरारुल हक, मौलाना फुरकान,मौलाना नसीम,मौलाना शाहिद,मुफ्ती खालिद,कारी राशिद हमीदी,मौलाना इमरान, कारी इस्माईल, मौलाना अबरार अहमद,
हाफिज सालिम,मौलाना सलमान,मुफ्ती मुआज,मुफ्ती आमिर,हाफिज इरशाद,कारी आसिम,मौलाना अब्दुल जब्बार,हाफिज अख्तर,आदी बङी संख्या मे लोग मौजूद रहे।जलसे के कन्वीनर मौलाना फुरकान ने उपस्थित लोगो का आभार व्यक्त किया।
छः बच्चे हुए हाफिजे कुरआन दस्तारबंदी कर दी गई सनद।
नूरपुर।नगर स्थित मदरसा मिस्बाह उल उलूम मे छः बच्चो की हिफ्ज कुरान मुकम्मल होने पर दस्तारबंदी की गई। सालाना जलसे में मुफ्ती अब्दुर्रहमान नोगाँवी ने दस्तारबंदी कार्यक्रम में जलसे की सरपरस्ती करते हुए कहा अभी तक आप सभी को अलग-अलग नामों से पुकारा जाता था लेकिन अब आपकी निस्बत कुरआन से जुड़ गई इसलिए आज से लोग आपका नाम ना लेकर आपको हाफिज साहब के नाम से पुकारेंगे ये एजाज उन्हीं लोगों को मिलता है जो अपने सीने में कुरआन को बसा लेते हैं। उन्होंने उपस्थित लोगों से अपने बच्चों को दुनिया की तालीम के साथ-साथ कुरआन की तालीम दिलाने के लिए प्रेरित किया।जलसे की शुरुआत तिलावते कलाम पाक से की। मदरसे के अन्य बच्चों ने नात शरीफ तकरीर और किरत पेश कर लोगों को सुभानल्लाह कहने पर मजबूर कर दिया।जलसे के खुसुसी मेहमान मौलाना मुफ्ती अखलाख नोगाँवी ने संबोधित करते हुए अपने बच्चों को दीनी तालीम दिलाने पर जोर देते हुए कहा कि आप अपने बच्चों को डॉक्टर, इंजीनियर सांइटिस चाहे जो बनाए लेकिन उन्हें दीन की तालीम जरूर दिलाएं ताकि वह पैग़ंबरे इस्लाम के द्वारा दी गई शिक्षा के तहत अपने काम को अंजाम दे सकें। अगर उनकी जिंदगी में दीन होगा तो वह अपने कर्तव्य ईमानदारी के साथ निभा पाएंगे।जलसे का बेहतरीन संचालन करते हुए मुफ्ती मौलाना लतीफुर्रहमान ने मदरसा के सालाना आय व्यय का लेखा-जोखा पेश किया और लोगों द्वारा जलसे में दिए गए सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया।जलसे में शहर के जिम्मेदार उलेमा और मदरसे के उस्तादों की मौजूदगी में हाफिज बनने वाले मो.तलहा पुत्र अ.तसलीम अहमद चांदपुर, मो.जियाउर्रहमान पुत्र मोलाना गालिब नूरपुर,मो.फैज अहमद पुत्र ताजमोहम्मद नूरपुर, मो.सुहैल अहमद पुत्र मुनाजिर अली,बैङा,मो जेद पुत्र हाफिज मो रफी चूचेला के सिर पर साफा बांधकर उन्हें हाफिज की सनद पेश की गई। लोगों द्वारा पेश किए गए उपहार भी प्रदान किए गए। लोगों द्वारा हाफिज हुए छः बच्चो को फूलों के हार पहना कर स्वागत किया गया।इस मोके पर मदरसा चैयरमेन हाजी इरशाद अली,हाजी इमरान अली, शहर इमाम मौलाना मोहम्मद अली,कारी अख्तर,मुफ्ती आदिल, हकीम असरारुल हक, मौलाना फुरकान,मौलाना नसीम,मौलाना शाहिद,मुफ्ती खालिद,कारी राशिद हमीदी,मौलाना इमरान, कारी इस्माईल, मौलाना अबरार अहमद,
हाफिज सालिम,मौलाना सलमान,मुफ्ती मुआज,मुफ्ती आमिर,हाफिज इरशाद,कारी आसिम,मौलाना अब्दुल जब्बार,हाफिज अख्तर,आदी बङी संख्या मे लोग मौजूद रहे।जलसे के कन्वीनर मौलाना फुरकान ने उपस्थित लोगो का आभार व्यक्त किया।